कनाडा में फिर फायरिंग: रोहित गोदारा गैंग ने तेज़ी कहलों पर हमला करने का दावा किया
सोशल मीडिया पोस्ट में गैंग ने कहा—तेज़ी कहलों के पेट में गोली लगी; परिवार और समर्थकों को निशाना बनाने की धमकी दी गई
Updated: Oct 22, 2025, 11:22 IST
डिजिटल डेस्क, भदैनी मिरर। कनाडा में एक बार फिर बड़ी फायरिंग की खबर सामने आई है। सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रोहित गोदारा गैंग ने दावा किया है कि उनकी शख्सियत ने पंजाबी सिंगर तेज़ी कहलों पर कई राउंड फायरिंग की है और उन्हें पेट में गोली लगी है। गैंग ने अपने पोस्ट में यह भी लिखा कि यह सिर्फ शुरुआत है और जो भी उनके दुश्मनों का साथ देगा, उसके परिवारों को भी निशाना बनाया जाएगा।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए पोस्ट के मुताबिक़- रोहित गोदारा गैंग ने तेज़ी कहलों पर निशाना साधा और उन्हें गंभीर रूप से घायल करने का दावा किया। गैंग ने पोस्ट में कहा कि कहलों उनके दुश्मनों को फाइनेंस, हथियार उपलब्ध कराने और उनकी लोकेशन बताने का काम करता था, साथ ही उनके भाइयों की मुखबिरी और उन पर हमले की योजना बनाने का भी आरोप लगाया गया। पोस्ट में गैंग के नाम बताए गए सहयोगी हैं- महेन्दर सरण दिलाना, राहुल रिनाउ और विक्की पहलवान।
गैंग की धमकी और टारगेटिंग
पोस्ट में गैंग ने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा: “अगर कोई भी गलती से भी हमारे दुश्मनों का साथ देता है या उनकी मदद करता है, तो हम उनके परिवारों को नहीं छोड़ेंगे। यह बस शुरुआत है।” पोस्ट में यह भी कहा गया कि जिन-जिन लोगों ने मदद की, उन्हें दुश्मन माना जाएगा और उन्हें खत्म कर दिया जाएगा।
स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय जांच
अभी तक कनाडा की स्थानीय पुलिस या किसी आधिकारिक एजेंसी की ओर से इस दावे की पुष्टि या टिप्पणी सार्वजनिक नहीं हुई है। तेज़ी कहलों की स्थिति और उनके स्वास्थ्य के बारे में किसी आधिकारिक स्रोत से परामर्श उपलब्ध नहीं है। (नोट: रिपोर्ट में उद्धृत दावे सोशल मीडिया पोस्ट पर आधारित हैं; भदैनी मिरर यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है कि मामले की सत्य-तथ्य जानकारी जल्द से जल्द सामने आए।)
पिछला इतिहास
रोहित गोदारा गैंग से जुड़े हमलों और गैंगस्टर गतिविधियों की चर्चाएँ पिछले कुछ समय से कनाडा में सुनने में आ रही हैं। (संकेतार्थ: पिछले मामलों और घटनाओं की पुष्टि के लिए स्थानीय प्रवर्तन एजेंसियों और भारतीय कांसुलर कार्यालय से संपर्क किया जा रहा है।) अपराध और टार्गेटेड हमलों का बढ़ता क्रम पंजाबी समुदाय और प्रवासी समुदाय के लिए चिंताजनक बना हुआ है।