पाकिस्तानी हमले में अफगानिस्तान के तीन क्रिकेटरों समेत 8 की मौत, बढ़ा तनाव
पाक ने अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत के अरगुन और बरमल जिलों में आवासीय इमारतों को बनाया निशाना
पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ बोले-अब न विरोध पत्र देंगे और न करेंगे शांति की अपील
नई दिल्ली। अफगानिस्तान के सीमावर्ती प्रांत पक्तिका में पाकिस्तान द्वारा किए गए हवाई हमले में तीन अफगान क्रिकेटरों समेत आठ लोगों की मौत हो गई। इससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अनुसार यह खिलाड़ी अगले महीने पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ होने वाली त्रिकोणीय श्रृंखला में हिस्सा लेने उरगुन से पक्तिका प्रांत के शाराना गए थे। तीनों खिलाड़ियों के नाम कबीर, सिबघतुल्लाह और हारून है। बताया गया कि हमले में पांच अन्य लोग भी मारे गए है। बोर्ड ने इसे पाकिस्तानी शासन द्वारा किया गया कायराना हमला बताया। इस घटना के बाद अफगानिस्तान ने त्रिकोणीय श्रृंखला से अपना नाम वापस ले लिया है।
आपको बता दें कि पाकिस्तान अपनी दोगली हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। उसने अफगानिस्तान के साथ जारी संघर्ष विराम के बीच पक्तिका प्रांत में नागरिकों को निशाना बनाकर हवाई हमले किये।
तालिबानी अधिकारी ने कहा कि इस्लामाबाद ने संघर्ष विराम तोड़ दिया है। उसने अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत के अरगुन और बरमल जिलों में आवासीय इमारतों को निशाना बनाया है। पाकिस्तान ने पक्तिका में तीन जगहों पर बमबारी की है। यह घटना अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच कथित तौर पर अस्थायी संघर्ष विराम बढ़ाए जाने की खबरों के कुछ घंटों बाद हुई। आपको यह भी बता दें कि शुक्रवार की शाम को समाप्त होने वाला संघर्ष विराम दोहा वार्ता के समापन तक बढ़ा दिया गया है। लगभग एक हफ्ते पहले शुरू हुई झड़पों के बाद से पाकिस्तान और अफगानिस्तान के दर्जनों सैनिक और नागरिक मारे जा चुके हैं।
पाक रक्षामंत्री ने दी धमकी- कहाकि काबुल के शासक भारत की गोद में बैठकर पाकिस्तान के खिलाफ साजिश रच रहे हैं
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि पाकिस्तान अब अफगानिस्तान के साथ पहले जैसे रिश्ते नहीं रख सकता। युद्धविराम की अवधि इसलिए बढ़ाई गई थी कि दोनों पक्षों के प्रतिनिधि मौजूदा तनाव का समाधान ढूंढने के लिए कतर के दोहा में मिलने वाले हैं। कहाकि पाकिस्तानी धरती पर रहने वाले सभी अफगानों को अपने वतन लौटना होगा। हमारी जमीन और संसाधन 25 करोड़ पाकिस्तानियों के हैं। आत्मसम्मान वाले देश विदेशी जमीन और संसाधनों पर नहीं पनपते। उन्होंने अफगानिस्तान को धमकी देते हुए कहाकि पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद जहां भी पनपेगा, वहां से भारी कीमत वसूल की जाएगी। चेतावनी दी कि अब न तो विरोध पत्र देंगे और न ही शांति की अपील की जाएगी और न ही कोई प्रतिनिधिमंडल काबुल जाएगा। आतंकवाद का स्रोत चाहे कहीं भी हो, उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। भारत के खिलाफ अपनी भड़ास निकालते हुए आसिफ ने यह भी आरोप लगाया कि अफगानिस्तान भारत का छद्म बन गया है और नई दिल्ली तथा प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के साथ मिलकर पाकिस्तान के खिलाफ साजिश रच रहा है। काबुल के शासक भारत की गोद में बैठकर पाकिस्तान के खिलाफ साजिश रच रहे हैं।