वाराणसी में स्पाइनल कॉर्ड इंजरी पर विशेष जागरूकता सत्र, विशेषज्ञों ने बताए बचाव और उपचार के उपाय
राष्ट्रीय पैरा शूटिंग गोल्ड मेडलिस्ट सुमेधा पाठक ने किया कार्यक्रम का शुभारंभ
पैराप्लेजिया से ग्रसित सरिता कुमारी की आपबीती ने किया भावुक
वाराणसी। एपेक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, वाराणसी में शनिवार को स्पाइनल कॉर्ड इंजरी की रोकथाम और स्वस्थ होने के मार्ग विषय पर विशेष जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया। यह सत्र हॉस्पिटल के चेयरमैन प्रो. डॉ. एस.के. सिंह की संरक्षता में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि और राष्ट्रीय पैरा शूटिंग चैम्पियनशिप 2022 की गोल्ड मेडलिस्ट सुमेधा पाठक ने अन्य गणमान्यों की उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलित कर सत्र का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने अपने संघर्षमय जीवन सफर को साझा करते हुए अधिक से अधिक रिहैब सेंटर खोलने की प्रेरणा दी।
विशेषज्ञों ने दी जानकारी
सत्र में स्पाइन सर्जरी विशेषज्ञ डॉ. स्वरूप पटेल, ऑक्युपेशनल थेरेपी विशेषज्ञ डॉ. सौम्याश्री, न्यूरो रिहैब विशेषज्ञ प्रो. डॉ. सौरभ आनंद और मनोवैज्ञानिक डॉ. विभा सरन ने प्रतिभागियों को स्पाइनल कॉर्ड इंजरी की रोकथाम, कारण, बचाव और रिकवरी के उपाय विस्तार से बताए। उन्होंने गिरने या दुर्घटना के दौरान अपनाए जाने वाले प्रीवेंशन टिप्स और रिहैबिलिटेशन तकनीकों पर भी प्रकाश डाला।
भावुक कर गई आपबीती
इस मौके पर बिहार पुलिस सेवा में कार्यरत सरिता कुमारी, जो बदमाशों की गोली से घायल होकर पैराप्लेजिया से ग्रसित हुईं, ने अपनी संवेदनात्मक आपबीती साझा की। वर्तमान में वह एपेक्स हॉस्पिटल में सफल ट्रीटमेंट और रिहैब ले रही हैं। उनकी कहानी ने सभी प्रतिभागियों को भावुक कर दिया।
सत्र का संचालन प्रो. डॉ. पुनीत जायसवाल, प्राचार्य, एपेक्स कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी ने किया। इस अवसर पर प्रतिभागियों ने न केवल जागरूकता प्राप्त की बल्कि समाज में स्पाइनल कॉर्ड इंजरी के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने का संकल्प भी लिया।