मरीजों को सहूलियत: BHU अस्पताल को मिले 55 नए डॉक्टर, एनीस्थीसिया और स्त्री रोग विभाग में सबसे ज्यादा
IMS BHU में लंबे समय से खाली पदों पर भर्ती पूरी, ट्रॉमा सेंटर और ओपीडी में मरीजों को अब बेहतर सुविधा मिलेगी
वाराणसी,भदैनी मिरर। बीएचयू के Institute of Medical Sciences (IMS) में लंबे समय से खाली पड़े सीनियर रेजिडेंट के पदों पर भर्ती पूरी हो गई है। 16 विभागों में 55 डॉक्टरों को तैनात किया गया है। सबसे अधिक 12 डॉक्टर एनीस्थीसिया और 7 डॉक्टर स्त्री रोग विभाग में हैं।
इस कदम से अब बीएचयू अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर में आने वाले मरीजों को जांच और इलाज में सहूलियत मिलेगी। बीएचयू की ओपीडी में हर दिन पूर्वांचल और आसपास के जिलों के साथ बिहार, झारखंड आदि से 6000 से अधिक मरीज आते हैं। ट्रॉमा सेंटर की इमरजेंसी में 200+ और ओपीडी में 1000 मरीज आते हैं।
निदेशक प्रो. एसएन संखवार का बयान
“एक साथ 55 डॉक्टरों की तैनाती से मरीजों को फायदा मिलेगा। पैथोलॉजी की जांच और इलाज अब आसानी से होगा। अन्य विभागों में खाली पदों की सूची तैयार की जा रही है ताकि आगे की भर्ती प्रक्रिया भी पूरी हो सके।”
सबसे ज्यादा डॉक्टर मिले:
- एनीस्थीसियोलॉजी डिपार्टमेंट – 7
- एनीस्थीसियोलॉजी ट्रॉमा सेंटर – 5
- कम्यूनिटी मेडिसिन – 3
- स्त्री, प्रसूति रोग विभाग – 5
- पैथालॉजी ट्रॉमा सेंटर – 5
एक-एक डॉक्टर मिले
बायोकेमिस्ट्री, फॉरेंसिक मेडिसिन, फार्माकोलॉजी, पीडियाट्रिक, पीडियाट्रिक ट्रॉमा सेंटर, ईएनटी, जनरल सर्जरी, जीरियाट्रिक मेडिसिन, रेडियोलॉजी, टीबी एंड रेसिपेरेटरी, हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन ट्रॉमा सेंटर, द्रव्यगुण विभाग।
दो-दो डॉक्टर मिले
माइक्रोबायोलॉजी ट्रॉमा सेंटर, साइकेट्री ट्रॉमा सेंटर, स्त्री–प्रसूति रोग ट्रॉमा सेंटर, ईएनटी ट्रॉमा सेंटर, आर्थोपेडिक ट्रॉमा सेंटर, जनरल मेडिसिन, जनरल मेडिसिन ट्रॉमा सेंटर, रेडियोलॉजी ट्रॉमा सेंटर, रेडियोथेरेपी।
मरीजों के लिए लाभ
- ट्रॉमा सेंटर और ओपीडी में इलाज में तेजी
- पैथोलॉजी जांच में सुविधा
- लंबे समय से खाली पदों के कारण हुए इलाज में देरी को कम करना
IMS BHU के नए डॉक्टरों की तैनाती से अस्पताल की सेवाओं में सुधार की उम्मीद है।