BHU: सर सुंदरलाल अस्पताल में शुरू हुआ पांच दिवसीय लैब टेक्नीशियन प्रशिक्षण कार्यक्रम, यूपी के हर जिले से प्रतिभागी शामिल
राज्य रक्त संचरण परिषद व बीएचयू रक्त केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन निदेशक प्रो. एस.एन. संखवार ने किया, रक्तदान जागरूकता और तकनीकी सुदृढ़ता पर दिया जोर।
Sep 15, 2025, 21:45 IST
वाराणसी। रक्त केंद्र (सर सुंदरलाल चिकित्सालय) काशी हिंदू विश्वविद्यालय और राज्य रक्त संचरण परिषद, उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को तीसरे पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत हुई। यह कार्यक्रम चार चरणों में आयोजित होगा
पहला बैच : 15 से 19 सितंबर , दूसरा बैच : 6 से 10 अक्टूबर, तीसरा बैच 13 से 17 अक्टूबर और चौथा बैच 10 से 14 नवंबर 2025 तक होगा।
एसबीटीसी उत्तर प्रदेश ने लैब टेक्निशियन प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल को नोडल सेंटर के रूप में चयनित किया है। इससे पहले वर्ष 2021 में 150 प्रतिभागी और वर्ष 2023 में 90 प्रतिभागी यहां प्रशिक्षित हो चुके हैं। इस बार प्रदेश के प्रत्येक जिले के रक्त केंद्र से लैब टेक्निशियन शामिल हो रहे हैं।
कार्यक्रम का उद्घाटन चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. एस.एन. संखवार ने किया। उन्होंने रक्त केंद्रों की व्यवस्था को तकनीकी रूप से मजबूत करने पर बल दिया और समाज में रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर अपने विचार साझा किए।
विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण
संकाय प्रमुख प्रो. संजय गुप्ता ने प्रशिक्षण के महत्व के साथ कार्य को आनंद के साथ करने का संदेश दिया।
कार्यक्रम के पहले दिन रक्त केंद्र प्रभारी प्रो. संदीप कुमार ने प्रतिभागियों को संपूर्ण रूपरेखा से अवगत कराया।
सर सुंदरलाल चिकित्सालय के सीएमओ डॉ. एस.के. सिंह ने रक्तदान के बाद संभावित रिएक्शन पर विस्तार से जानकारी दी।
रक्त केंद्र के पैथोलॉजिस्ट डॉ. दिनेश कुमार सिंह ने रक्त समूहों और केंद्रों में आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की।
टाटा कैंसर अस्पताल, मुंबई की डॉ. रेवती नायर ने रक्तदान आयोजन और उसके विभिन्न पहलुओं पर अनुभव साझा किया।
दोपहर बाद प्रतिभागियों को समूहों में विभाजित कर व्यक्तिगत प्रशिक्षण भी दिया गया।
मौजूद रहे विशेषज्ञ
इस अवसर पर रक्त केंद्र से डॉ. आशुतोष कुमार सिंह, रजनी गुप्ता, कुमार शुभम, आशीष कुमार और प्रमोद गौड़ भी उपस्थित रहे।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पूरे उत्तर प्रदेश में रक्त केंद्रों की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना और तकनीक के साथ-साथ रक्तदान जागरूकता को समाज में गहराई तक ले जाना है।