BHU छात्रों के लिए खुशखबरी! स्वीडन के कार्लस्टाड यूनिवर्सिटी के पाठ्यक्रमों के लिए नहीं देनी होगी कोई कोर्स फीस, एमओयू का हुआ नवीनीकरण
काशी हिंदू विश्वविद्यालय और स्वीडन के कार्लस्टाड विश्वविद्यालय के बीच शांति अध्ययन, अनुसंधान व शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए हुआ समझौता नवीनीकरण।
Updated: Oct 8, 2025, 00:42 IST
वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) और स्वीडन के कार्लस्टाड विश्वविद्यालय (Karlstad University) के बीच वर्षों से चल रहे शैक्षणिक सहयोग को और सशक्त करने के लिए मंगलवार को उनके एमओयू (MOU) का नवीनीकरण किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के केन्द्रीय कार्यालय में आयोजित समारोह में दोनों विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों ने समझौते की प्रतियों का आदान-प्रदान किया।
इस नवीनीकृत समझौते का उद्देश्य शैक्षणिक सहयोग, अनुसंधान, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और विद्यार्थियों व शिक्षकों के पारस्परिक विकास को प्रोत्साहन देना है।
यह एमओयू दोनों संस्थानों के बीच दीर्घकालिक साझेदारी को नई दिशा देने वाला कदम माना जा रहा है।
कार्यक्रम में कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी, अंतरराष्ट्रीय सहयोग समन्वयक प्रो. राजेश सिंह, मालवीय सेंटर फॉर पीस रिसर्च के समन्वयक प्रो. मनोज कुमार मिश्रा और सामाजिक विज्ञान संकाय के सहायक प्रोफेसर डॉ. अजय कुमार यादव उपस्थित रहे।
वहीं, कार्लस्टाड विश्वविद्यालय की ओर से आए प्रतिनिधिमंडल में इंडिया स्टडीज प्रोग्राम के प्रमुख प्रो. पावेल ओडिनियेक, मानविकी और सामाजिक विज्ञान संकाय की निदेशक प्रो. जोहाना एल्फग्रेन, तथा प्रो. कारोलीना एलेगॉड शामिल थीं।
शैक्षणिक उत्कृष्टता और आपसी समझ का सेतु बनेगा यह समझौता
इस अवसर पर कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि इस अंतरराष्ट्रीय सहयोग से न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता में वृद्धि होगी बल्कि राष्ट्रों के बीच आपसी समझ और सांस्कृतिक संवाद भी मजबूत होंगे।
उन्होंने कहा कि यह नवीनीकरण बीएचयू की वैश्विक शिक्षा दृष्टि को और सशक्त बनाएगा।
कार्लस्टाड विश्वविद्यालय के प्रो. पावेल ओडिनियेक ने बताया कि विश्वविद्यालय शांति अध्ययन, अंतरसंस्कृति शिक्षा और अंतःविषयक अध्ययन के क्षेत्रों में बीएचयू के साथ अपने सहयोग को विस्तारित करेगा।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि नवीनीकृत समझौते के अंतर्गत बीएचयू के विद्यार्थियों और शोधार्थियों को कार्लस्टाड विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों के लिए कोई कोर्स फीस नहीं देनी होगी, चाहे वे कोर्स ऑनलाइन हों या स्वीडन में ऑफलाइन।
नए अवसर: अनुसंधान, सेमिनार और छात्र-शिक्षक विनिमय
नए एमओयू के तहत दोनों विश्वविद्यालय संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं, सेमिनारों, अकादमिक वर्कशॉप्स और शिक्षकों व छात्रों के पारस्परिक आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करेंगे।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य वैश्विक शिक्षा, शांति अध्ययन और सतत विकास के साझा लक्ष्यों को बढ़ावा देना है।
बीएचयू और कार्लस्टाड विश्वविद्यालय के बीच यह समझौता न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि सांस्कृतिक और वैचारिक स्तर पर भी।भारत-स्वीडन संबंधों को मजबूत करने वाला मील का पत्थर साबित होगा।