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56 महीने बाद बीएचयू में हुई ईसी की बैठक, एजेंडा न होने पर सिर्फ परिचयात्मक चर्चा

आठ में से सात सदस्य बैठक में रहे मौजूद, कुलपति की अध्यक्षता में एक घंटे चली मीटिंग

 

बीएचयू की योजनाओं और समस्याओं पर हुई बातचीत

बैठक के बाद आयोजित हुआ डिनर

वाराणसी, भदैनी मिरर। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में 56 महीने बाद सोमवार रात एग्जीक्यूटिव काउंसिल (EC) की बैठक हुई। कुलपति प्रो. अजीत कुमार चतुर्वेदी की अध्यक्षता में करीब एक घंटे तक चली इस बैठक में आठ में से सात सदस्य मौजूद रहे, जबकि दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह नहीं पहुंचे।
सिर्फ परिचय और चर्चा
इस बैठक में किसी प्रकार का औपचारिक एजेंडा नहीं था। बैठक का मकसद केवल परिचय, विश्वविद्यालय की आगामी योजनाओं पर विचार और मौजूदा समस्याओं पर सुझाव लेना रहा। इसमें बीएचयू की एकेडमिक गतिविधियों में हाल ही में आई रुकावटों, प्रशासनिक चुनौतियों और कैंपस के सर्वांगीण विकास पर चर्चा हुई।
कुलपति ने दी डिनर पार्टी
बैठक समाप्त होने के बाद कुलपति की ओर से सभी सदस्यों के लिए डिनर पार्टी का आयोजन किया गया। इस दौरान सदस्यों ने अनौपचारिक माहौल में भी विश्वविद्यालय से जुड़े मुद्दों पर बातचीत की।
बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री और चंदौली के पूर्व सांसद डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, बीएचयू रेडियोथेरेपी विभाग के रिटायर्ड प्रोफेसर यू.पी. शाही, वाराणसी के मेयर अशोक कुमार तिवारी, भाजपा काशी क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप पटेल, बीएचयू के समाजशास्त्र विभाग के प्रोफेसर ओम प्रकाश भारतीय, प्रो. श्वेता प्रसाद और जम्मू विश्वविद्यालय के कुलपति बेचन लाल शामिल हुए।
यह बैठक इसलिए भी चर्चा में रही क्योंकि इतने लंबे अंतराल के बाद ईसी के सदस्य आमने-सामने बैठे और विश्वविद्यालय की दिशा और चुनौतियों पर विचार-विमर्श हुआ।