बीएचयू पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप, बहुजन संघर्ष समिति ने सौंपा ज्ञापन
बहुजन, ओबीसी, एससी, एसटी और अल्पसंख्यक छात्र प्रतिनिधियों ने जताई आपत्ति
कुलपति ने दिया आश्वासन – "नियमों के तहत होगी पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया"
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) की पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में सीट निर्धारण को लेकर उठ रहे सवालों पर आज बीएचयू बहुजन एवं ओबीसी, एससी, एसटी, अल्पसंख्यक संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों ने सेंट्रल ऑफिस में माननीय कुलपति से मुलाकात की।
छात्र प्रतिनिधियों ने कुलपति महोदय को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि प्रवेश प्रक्रिया में लगातार गड़बड़ियां सामने आ रही हैं, जिससे बहुजन और अल्पसंख्यक वर्ग के शोधार्थियों में आक्रोश है। उन्होंने मांग की कि इस बार किसी भी प्रकार का भेदभाव या अनियमितता न हो।
बैठक के दौरान कुलपति ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और नियमों के अनुरूप कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि "किसी भी छात्र के साथ अन्याय नहीं होगा और विश्वविद्यालय प्रशासन इस पर सख्त निगरानी रखेगा।"
इस मौके पर संघर्ष समिति के अध्यक्ष परमदीप पटेल, उपाध्यक्ष अजय कुमार भारती सहित छात्र प्रतिनिधि रविशंकर सिंह पटेल, सूर्य मणि गौतम, आदित्य यादव, अंकेश कुमार मौर्य, धीरेन्द्र यादव, गौरव यादव, अरविंद पाल, केतन पटेल, राघव साहनी, यशवीर, प्रियांशु अमन, रितेश कन्नौजिया, सर्वेश यादव, रविचंद्रन, पंकज गौतम, महेश कुमार और प्रशांत यादव मौजूद रहे। छात्रों ने कहा कि यदि गड़बड़ियां दूर नहीं की गईं, तो संघर्ष समिति आंदोलन करने को बाध्य होगी।