Veer Bal Diwas 2025: 18 राज्यों के 20 बच्चों को मिला प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार, पीएम मोदी ने किया संवाद
वीरता, विज्ञान, खेल, पर्यावरण और सामाजिक सेवा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को राष्ट्रपति ने किया सम्मानित
नई दिल्ली। देशभर में आज वीर बाल दिवस (Veer Bal Diwas) श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में 18 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 20 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इन होनहार बच्चों को पुरस्कार प्रदान किए। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुरस्कार प्राप्त करने वाले बच्चों से संवाद कर उनकी उपलब्धियों की सराहना की और उन्हें देश का भविष्य बताया।
इन क्षेत्रों में मिला राष्ट्रीय सम्मान
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार उन बच्चों को दिया गया, जिन्होंने कम उम्र में ही —
- वीरता एवं साहस
- कला और संस्कृति
- पर्यावरण संरक्षण
- सामाजिक सेवा
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
- खेल
जैसे क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियां हासिल की हैं और समाज के लिए प्रेरणास्रोत बने हैं।
हर साल दिया जाता है प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय सम्मान है। यह पुरस्कार हर वर्ष देश के प्रतिभाशाली और साहसी बच्चों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रदान किया जाता है।
इसका उद्देश्य बच्चों में छिपी प्रतिभा को पहचान देना और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है।
26 दिसंबर को क्यों मनाया जाता है वीर बाल दिवस?
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा हर वर्ष 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाया जाता है। यह दिन सिख इतिहास के साहसी बाल वीरों के बलिदान को स्मरण करने के साथ-साथ देश के आज के युवा नायकों को सम्मान देने का अवसर है।
कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि - “भारत का हर बच्चा स्वस्थ, सुपोषित और सशक्त बने।”
हर साल बढ़ रही है आवेदन करने वाले बच्चों की संख्या
अन्नपूर्णा देवी ने बताया कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए हर वर्ष आवेदन करने वाले बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जो देश में बढ़ती प्रतिभा और जागरूकता का प्रमाण है।
उन्होंने पुरस्कार विजेता बच्चों से कहा - “यह सम्मान आपके सपनों, संघर्षों और उपलब्धियों की पहचान है। आप लाखों बच्चों के लिए प्रेरणा हैं। आपने साबित कर दिया है कि सही अवसर मिलने पर भारत की प्रतिभाएं असंभव को भी संभव बना सकती हैं। आप सभी विकसित भारत के चेंजमेकर्स हैं।”