{"vars":{"id": "125128:4947"}}

दिल्ली ब्लास्ट में आतंकी साजिश का शक गहराया: UAPA के तहत केस दर्ज, संदिग्ध डॉक्टर उमर मोहम्मद की तस्वीर आई सामने

पुलवामा कनेक्शन की जांच तेज, एनआईए-एनएसजी जांच में जुटी 

 
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क।
देश की राजधानी दिल्ली सोमवार शाम एक भीषण धमाके से दहल उठी। लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास भीड़भाड़ वाले इलाके में एक चलती आई-20 कार में हुए ब्लास्ट ने अफरातफरी मचा दी। धमाके में अब तक 10 लोगों की मौत हुई है, जबकि 24 से अधिक लोग घायल हैं। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि आसपास खड़ी कई गाड़ियों में आग लग गई और इमारतों के शीशे टूट गए।
UAPA के तहत केस दर्ज, आतंकी एंगल से जांच शुरू
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम यानी UAPA की धारा 16 और 18 के तहत मामला दर्ज किया है। यह धाराएं आतंकी गतिविधियों और उसके समर्थन से जुड़ी हैं।
इसके साथ ही पुलिस ने विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 3 और 4 भी लगाई है, जो विस्फोटक के अवैध कब्जे और इस्तेमाल से संबंधित है।
संदिग्ध डॉक्टर उमर मोहम्मद की पहली तस्वीर आई सामने
जांच एजेंसियों के मुताबिक, धमाके के पीछे फरीदाबाद मॉड्यूल का हाथ हो सकता है। सूत्रों ने बताया कि संदिग्ध हमलावर डॉक्टर उमर मोहम्मद की पहली तस्वीर सामने आई है।
उमर पुलवामा (जम्मू-कश्मीर) का रहने वाला है और फरीदाबाद के अल फलह मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर था। 
बताया जा रहा है कि उमर वही तीसरा डॉक्टर है जो फरीदाबाद मॉड्यूल से जुड़ा था।
पहले से गिरफ्तार दो अन्य डॉक्टरों - आदिल अहमद (अनंतनाग) और मुजम्मिल शकील - से पूछताछ में उसके नाम का खुलासा हुआ था।
गौरतलब है कि इन डॉक्टरों की निशानदेही पर पहले भी फरीदाबाद से करीब 2900 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद की गई थी।
NIA, NSG भी कर रही जांच
दिल्ली पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा ने बताया कि धमाके के वक्त कार में तीन लोग सवार थे। एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है।
मौके पर NIA, NSG, IB और FSL की टीमें लगातार जांच कर रही हैं।
इलाके को सील कर दिया गया है और आसपास के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
दमकल विभाग की 10 गाड़ियों ने रात करीब 7:30 बजे तक आग पर काबू पाया।
6 कारें, दो ई-रिक्शा और एक ऑटोरिक्शा आग की चपेट में आ गए। घायलों को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कार की खरीद-बिक्री में मिला संदिग्ध लिंक, पुलवामा कनेक्शन की जांच
पुलिस के अनुसार, एचआर-26-सीई-7674 नंबर की आई-20 कार गुरुग्राम निवासी सलमान के नाम पर रजिस्टर्ड थी।
उसने इसे ओखला निवासी देवेंद्र को बेचा, फिर यह कार अंबाला के एक व्यक्ति को और अंत में पुलवामा निवासी तारिक को बेची गई।
इस संदिग्ध ट्रांजेक्शन चेन को लेकर पुलवामा लिंक की जांच तेज कर दी गई है।
धमाके में इस्तेमाल हुआ हाई-टेक विस्फोटक
प्रारंभिक जांच में अमोनियम नाइट्रेट और इलेक्ट्रॉनिक सर्किट के अवशेष मिले हैं।
एफएसएल टीम ने वायरिंग और धातु के टुकड़े बरामद किए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह विस्फोट सुनियोजित आतंकी हमला हो सकता है जिसमें अत्याधुनिक विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया।
सूत्रों के मुताबिक, अमेरिका ने भारत को जांच में सहयोग की पेशकश की है।
देशभर में हाई अलर्ट, सुरक्षा कड़ी
धमाके के बाद दिल्ली, यूपी, हरियाणा, मुंबई और उत्तराखंड में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डे और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अयोध्या के राम मंदिर और नागपुर स्थित संघ मुख्यालय को अतिरिक्त सुरक्षा घेरा प्रदान किया गया है।
दिल्ली पुलिस की अपील - अफवाहों से बचें
दिल्ली पुलिस ने जनता से अपील की है कि सोशल मीडिया पर भ्रमित करने वाली खबरें या वीडियो न साझा करें।
किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत 112 या नजदीकी थाने में दें।
एजेंसियां मामले की हर कड़ी जोड़ने में जुटी हैं और जल्द ही पूरे सच के सामने आने की उम्मीद जताई जा रही है।