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चर्चित FIITJEE कोचिंग सेंटर समेत 10 ठिकानों ED की छापेमारी, जांच जारी

जनवरी में अचानक बंद कर दिये गये थे कई कोचिंग संस्थान,12,000 छात्रों भविष्य लगा दांव पर

 

कोचिंग सेंटर के मालिक डीके गोयल और प्रमोटरों पर कई गंभीर आरोप

अभिभावकों ने कई राज्यों में दर्ज कराया है मुकदमा

ग्रेटर नोएडा। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरूग्राम के सेक्टर-44 स्थित FIITJEE कोचिंग सेंटर समेत उसके इस ठिकानों पर गुरूवार को छापा मारा। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गुरुग्राम, दिल्ली व नोएडा सहित दस ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की जा रही है। फिटजी कोचिंग सेंटर के मालिक डीके गोयल और प्रमोटरों पर कोचिंग के नाम पर वसूले गए रुपयों को निजी फायदे और अन्य कंपनियों में निवेश करने के गंभीर आरोप हैं। इस मामले में गुरुग्राम के अभिभावकों की ओर से भी शिकायतें की गई थीं। नोएडा और दिल्ली के अलावा मध्यप्रदेश, बिहार समेत अन्य राज्यों में भी कोचिंग संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। जनवरी-2025 में FIITJEE के कई सेंटर अचानक बंद होने से काफी संख्या में युवाओं का भविष्य अधर में लटक गया था। कोचिंग सेंटर अचानक बंद किए जाने से इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लगभग 12,000 छात्र प्रभावित हुए थे। अभिभावकों ने आरोप लगाया था कि संस्थान ने पूरे साल की फीस (पांच से छह लाख रुपये) वसूलने के बाद बिना सूचना के सेंटर बंद कर दिए। ऐसे में अभिभावकों ने बच्चों की पढ़ाई रुकने पर गहरा रोष व्यक्त किया था। हालांकि इस मामले में ईडी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। गुरूवार की सुबह से ही ईडी की कार्रवाई चल रही है। 

तड़के हुई छापेमारी, कई अहम दस्तावेज कब्जे में

ईडी की टीमें तड़के 4 बजे सेक्टर 62 स्थित थ्प्प्ज्श्रम्म् सेंटर सहित अन्य स्थानों पर पहुंचीं। जनकारी के अनुसार नोएडा सेंटर से दो गाड़ियों में सवार छह सदस्यों वाली ईडी की टीम ने कार्रवाई के दौरान कई अहम दस्तावेजों की जांच की और उन्हें कब्जे में लिया है। यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश और दिल्ली में दर्ज कई राज्यों में दर्ज एफआईआर के आधार पर की जा रही है। कोचिंग संचालकों पर धोखाधड़ी और वित्तीय अनियमितताओं के गंभीर आरोप हैं। ईडी ने कोचिंग संस्‍थान और मालिक के बैंक खाते सीज कर दिये हैं। जबकि फरवरी में नोएडा पुलिस ने कोचिंग संस्‍थान से जुड़े बैंक खातों में सीज कर दिया था। संस्थान अलावा मालिक डीके गोयल के बैंक खातों में मौजूद 11 करोड़ 11 लाख रुपये सीज किए गए हैं। 

कभी कोचिंग ब्रांडों में था शुमार, अब संकट में

कभी देश के सबसे बड़े कोचिंग ब्रांडों में शुमार FIITJEE अब संकट के दौर से गुजर रहा है। कोचिंग के मालिक डीके गोयल पर वेतन रोकने समेत कई गंभीर आरोप भी लगे हैं। आईआईटी दिल्ली से स्नातक डीके गोयल ने वर्ष 1992 में इस कोचिंग संस्थान को स्थापित किया था। यह संस्थान आईआईटी-जेईई और नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए देशभर के छात्रों की पहली पसंद बन गया था। डीके गोयल ने महज 10,000 रुपये की पूंजी से दिल्ली में एक छोटे से कोचिंग सेंटर से FIITJEE की शुरुआत की थी। संस्थान का उद्देश्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में छात्रों को बेहतर मार्गदर्शन देना था। देखते ही देखते यहां से पढ़े छात्रों को बड़ी सफलताएं मिलने लगी। कई छात्रों ने तो आईआईटी-जेईई में टॉप रैंक हासिल किया। इससे संस्थान की लोकप्रियता बढ़ी। इसके बाद संस्थान ने देशभर में अपना विस्तार करना शुरू कर दिया। दिल्ली, नोएडा, लखनऊ, पटना, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई जैसे शहरों में इसके 73 स्टडी सेंटर खुल गए। इस दौरान संस्थान ने इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा के अलावा बल्कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा की भी तैयारी शुरू कर दी। इस कोचिंग का कुल वार्षिक कारोबार 542 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। इसके अतिरिक्त, डीके गोयल द्वारा दो ग्लोबल स्कूल, छह वर्ल्ड स्कूल और 72 एसोसिएट स्कूल भी संचालित किए जा रहे थे। पिछले जनवरी में देशभर के कई शहरों के कोचिंग सेंटर्स को बंद करने के बाद अभिभावकों का गुस्सा फूट पड़ा। विरोध प्रदर्शन और मुकदमे दर्ज होने लगे। इन घटनाओं के चलते संस्थापक डीके गोयल पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। आरोप है कि डीके गोयल कर्मचारियों से दुर्व्यहार करते थे। कई केंद्रों में वेतन न मिलने से शिक्षकों ने विरोध करना शुरू कर दिया। उस समय गोयल ने यह कह दिया कि वेतन कोई अधिकार नहीं है। यह कहते हुए कुछ कर्मचारियों का वेतन रोक दिया। इसके बाद शिक्षकों की नाराजगी और संस्थान से दूरी बनाये जाने के कारण कारण दिल्ली एनसीआर, नोएडा, और ग्रेटर नोएडा सहित कई केंद्र अचानक बंद हो गए।