अमेरिका से डिपोर्ट होने के बाद गैंगस्टर लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी, 11 दिन की एनआईए रिमांड पर भेजा गया
सलमान खान फायरिंग, बाबा सिद्दीकी मर्डर और सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के कनेक्शन की होगी जांच; एनआईए आतंकवादी-गैंगस्टर गठजोड़ के नेटवर्क को तोड़ने में जुटी
नई दिल्ली/मुंबई। कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई और गैंग के अहम सदस्य अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से डिपोर्ट किए जाने के बाद एनआईए ने मंगलवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को उसे पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने अनमोल को 11 दिन की एनआईए रिमांड पर भेज दिया।
एनआईए ने कोर्ट से 15 दिन की कस्टडी मांगी थी, लेकिन अनुमति 11 दिन की मिली। अधिकारी अब उससे देशभर में फैले गैंगस्टर-टेरर नेटवर्क, फंडिंग, और हथियार तस्करी के मामलों में पूछताछ करेंगे।
कई हाई-प्रोफाइल मामलों में आरोपी
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस
अनमोल बिश्नोई एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या (12 अक्टूबर 2024, मुंबई) के मामले में “मुख्य साजिशकर्ता” है। मुंबई पुलिस अब तक इस केस में *26 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। चार्जशीट में अनमोल को वांछित आरोपी बताया गया है।
जांच में खुलासा हुआ कि हत्या का कारण कथित रूप से बाबा सिद्दीकी और अभिनेता सलमान खान की नजदीकी बनी।
सलमान खान के घर फायरिंग (2024)
14 अप्रैल 2024 को सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर हुई फायरिंग का मास्टरमाइंड भी अनमोल ही था। एनआईए की चार्जशीट के अनुसार, उसने हमलावरों को 9 मिनट का ऑडियो भेजकर “इतिहास रचने” के लिए उकसाया था।
क्यों दुश्मनी?
1998 के काले हिरण शिकार मामले में सलमान खान पर लगे आरोपों के कारण बिश्नोई गैंग उसे “दुश्मन” मानता है।
सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस लिंक
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या (29 मई 2022) में भी अनमोल का सीधा रोल सामने आया था। पंजाब पुलिस की जांच में पता चला कि:
* लॉरेंस ने तिहाड़ जेल से साजिश रची
* अनमोल और उसका भतीजा सचिन,
* गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के साथ,
इस हत्या की योजना में शामिल थे।
अमेरिका से चल रहा था बिश्नोई गिरोह का 'अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट'
एनआईए के अनुसार अनमोल बिश्नोई ने अमेरिका में रहते हुए:
* गिरोह के शूटर्स को आश्रय और आर्थिक सहायता दी
* भारत में एक्सटॉर्शन (जबरन वसूली) करवाता रहा
* देश में आतंकी गतिविधियों को संचालित किया
* तस्करों और गैंगस्टरों के नेटवर्क को बढ़ाया
उसकी गतिविधियां RC 39/2022/NIA/DLI (टेरर-गैंगस्टर गठजोड़ केस) में जांच का हिस्सा हैं।
एनआईए की बड़ी कार्रवाई -गैंगस्टर-टेरर नेटवर्क का पर्दाफाश
एनआईए आतंकियों, गैंगस्टरों और हथियार तस्करों के गठजोड़ को खत्म करने के मिशन पर काम कर रही है, जिसमें अनमोल की रिमांड अहम भूमिका निभाएगी।
जांच एजेंसी के पास अब कई महत्वपूर्ण सुराग हैं, जिससे उम्मीद है कि गैंग के कई और बड़े नाम जल्द गिरफ्तार होंगे।