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Varanasi Gang Rape Case : नशे में पीड़िता से 7 दिनों तक दरिंदगी, 33 जगह छापेमारी, 100 से ज्यादा CCTV खंगाले, 24 घंटे में 9 आरोपी गिरफ्तार

 

Varanasi Gang Rape Case : उत्तर प्रदेश के वाराणसी में दिल दहला देने वाला गैंगरेप केस सामने आया है, जिसमें पीड़िता को पहले शराब और नशीले पदार्थ देकर बेसुध किया गया और फिर लगातार सात दिनों तक हैवानियत का शिकार बनाया। मामले में पुलिस ने तेजी दिखाते हुए 24 घंटे के भीतर 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी एक सक्रिय सेक्स रैकेट का सरगना है और पीड़िता को वेश्यावृत्ति में धकेलना चाहता था।

पीड़िता के परिजनों का आरोप

पीड़िता के पिता ने बताया कि उनकी बेटी जब घर लौटी, तो वह पूरी तरह नशे में थी और दो दिनों तक अचेत-सी रही। उन्होंने दावा किया कि बेटी को शराब के साथ-साथ ड्रग्स और हेरोइन जैसे खतरनाक पदार्थ दिए गए। डॉक्टरों ने भी इस आशंका को नकारा नहीं है, हालांकि अभी लैब रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

23 के खिलाफ गैंगरेप का केस, 3 नामजद और 11 अज्ञात अभी फरार

पीड़िता की मां ने 23 युवकों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार की प्राथमिकी दर्ज कराई है। फिलहाल 9 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है जबकि 3 नामजद और 11 अज्ञात आरोपियों की तलाश जारी है।

पुलिस ने 33 जगह मारी छापेमारी, 100 से ज्यादा CCTV खंगाले

घटना की गंभीरता को देखते हुए सिगरा, कैंट, लंका और लालपुर थानों की संयुक्त पुलिस टीमों ने 24 घंटे में 33 स्थानों पर छापेमारी की और 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच की। सिगरा थानाध्यक्ष समेत कई चौकियों के इंचार्ज ने हुक्का बार और स्पा सेंटर्स पर विशेष छापेमारी अभियान चलाया, जिसमें अनमोल गुप्ता की गिरफ्तारी हुई।

आरोपियों में कोई कारोबारी, तो कोई छात्र

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि मुख्य आरोपी अनमोल गुप्ता सिगरा के एक हुक्का बार का संचालक है, जो पहले भी सेक्स रैकेट मामले में जेल जा चुका है। बाकी आरोपी विभिन्न व्यवसायों और शिक्षा से जुड़े हैं लेकिन सभी का कनेक्शन हुक्का बार से है। इन्हीं संपर्कों के माध्यम से उन्होंने पीड़िता को अपने जाल में फंसाया।

स्पा सेंटर के जरिए देह व्यापार का दबाव, नशा देकर की जाती थी दरिंदगी
पुलिस के मुताबिक, आरोपी युवती को मसाज के बहाने स्पा सेंटर में बुलाकर अनैतिक संबंध बनाने का दबाव बनाते थे। कई बार उसे नशा देकर उसकी मर्जी के खिलाफ शारीरिक संबंध बनाए गए।

पुलिस पर उठे सवाल: शिकायत के बावजूद नहीं हुई तुरंत कार्रवाई

लालपुर थाने की लापरवाही भी सामने आई है। पीड़िता के पिता ने बताया कि 3 अप्रैल को बेटी के लापता होने की सूचना देने पर पुलिस ने अगले दिन गुमशुदगी दर्ज कर सिर्फ बरामदगी दिखाकर लड़की को घर छोड़ दिया, लेकिन कोई मेडिकल परीक्षण नहीं कराया। 6 अप्रैल को बार-बार थाने का चक्कर काटने के बावजूद केस दर्ज नहीं किया गया। अंततः देर रात अधिकारियों के दबाव में मुकदमा लिखा गया।

23 आरोपियों पर केस दर्ज, पूछताछ जारी

डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीणा ने बताया कि पीड़िता के बयान और मां की तहरीर पर 23 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। 10-12 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। CCTV फुटेज के जरिए बाकी की पहचान की जा रही है।

अब तक गिरफ्तार 9 आरोपी:

राज विश्वकर्मा (20), निवासी सीर करहिया, थाना लंका

आयुष धूसिया (19), निवासी नई बस्ती हुकुलगंज, लालपुर

साजिद (19), निवासी बादशाहबाग, लल्लापुरा, सिगरा

सुहैल शेख (20), निवासी हुकुलगंज, लालपुर

दानिश अली (20), निवासी पाण्डेयपुर, लालपुर

इमरान अहमद (19), निवासी बड़ा चकरा, लल्लापुरा, सिगरा

शब्बीर आलम उर्फ समीर अहमद (21), निवासी बड़ा चकरा

सोहेल खान (20), निवासी इंग्लिशिया लाइन, सिगरा

अनमोल गुप्ता (28), निवासी मीरापुर बसही, थाना शिवपुर