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अडानी सीमेंट की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर 14 लाख की ठगी, मास्टरमाइंड सहित 2 अरेस्ट 

नामी कंपनी के नाम से मिलता-जुलता वेबसाइट बनाकर सोशल साइट्स पर करते है प्रमोट 

 

कलकत्ता के रहने वाले है दोनों शातिर ठग 

वाराणसी,भदैनी मिरर। सोशल मीडिया के माध्यम से यदि आप निवेश की सोच रहे है तो यह तय मानिये कि सावधानी हटी तो आप ठग लिए जाएंगे। साइबर ठगों ने जनता को ठगने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाये है। साइबर थाना वाराणसी ने कोलकत्ता के दो ऐसे ठगों को गिरफ्तार किया है जो अडानी सीमेंट की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर ठगी करते थे। इतना ही नहीं यह नामचीन कंपनियों के नाम से डोमेन भी बना रखा था। पुलिस को इनके पास से फोन सिमकार्ड, एटीएम कार्ड, नकदी बरामद  किया है। 

घटना का खुलासा पुलिस लाइन में डीसीपी क्राइम सरवणन टी, एडीसीपी क्राइम श्रुति श्रीवास्तव और एसीपी विजय प्रताप सिंह ने किया। बताया कि गिरफ्तार दोनों  आरोपी कोलकाता (पश्चिम बंगाल) के रहने वाले है। संजीत सिंह  निवासी कनकीनारा (भाटपारा)  उत्तरी 24 परगना मास्टरमाइंड है। दूसरा कृष्णा शाव निवासी न्यूगीपारा रोड आतपुर (जगतदल जनपद उत्तरी 24 परगना) का निवासी है। इन दोनों ने बनकट (लोहता) निवासी अनिल कुमार सिंह से अडानी सीमेन्ट की फ्रेन्चाइजी दिलाने के नाम पर कुल 14 लाख रूपये की साइबर ठगी कर ली थी। अनिल सिंह की तहरीर के आधार पर जब केस रजिस्टर्ड कर जाँच शुरु की गई तो दोनों अरेस्ट हुए है। 


साइबर अपराधियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि नामचीन कम्पनियों जैसे Mc Doanid, Jubilant Foodworks- Domines, JSW Steel, Adani Cements, KFC, Haldiram के सही डोमेन से मिलता जुलता फर्जी डोमेन खरीदा बनाया जाता है। इन वेबसाइट को विभिन्न सोशल मीडिया फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफार्म पर प्रचार किया जाता है। जिससे आम जनमानस की, जिनको इन कम्पनियों के फ्रेन्चाइजी की जरूरत होती है उनकी लीड प्राप्त होती है जिनको साइबर अपराधियों द्वारा काल कर अपने झांसे में फंसाने के लिए फर्जी कूटरवित दस्तावेज जैसे इंटेंट लेटर, अप्रूवल लेटर भेजा जाता है फिर उनसे रजिस्ट्रेशन फी, सिक्योरिटी मनी, जीएसटी फी आदि के नाम पर तथाकथित कम्पनी के बैंक खातों में पैसा डलवा लिया जाता है और उन पैसो को आपस में अपने कार्य के अनुसार बांट लिया जाता है।