हेमंत पटेल हत्याकांड: आरोपित ने लगाई जमानत की गुहार, अदालत ने वादी पक्ष को जवाब दाखिल करने का दिया समय
विद्यालय परिसर में गोली लगने से हुई थी अधिवक्ता पुत्र की हत्या, कोर्ट ने अगली सुनवाई 5 अगस्त को तय की
वाराणसी, भदैनी मिरर। बहुचर्चित अधिवक्ता पुत्र हेमंत पटेल हत्याकांड एक बार फिर कानूनी बहस और जनचर्चा का विषय बन गया है। इस मामले में मुख्य आरोपित राज विजयेंद्र सिंह उर्फ रवि की ओर से प्रभारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश रविन्द्र लाल श्रीवास्तव की अदालत में जमानत याचिका दाखिल की गई है।
वहीं दूसरी ओर, वादी अधिवक्ता कैलाश चंद्र वर्मा की ओर से वरिष्ठ फौजदारी अधिवक्ता अनुज यादव ने कोर्ट में वकालतनामा दाखिल करते हुए काउंटर दाखिल करने के लिए समय मांगा। अदालत ने यह आग्रह स्वीकार करते हुए 5 अगस्त 2025 की तिथि अगली सुनवाई के लिए निर्धारित कर दी है।
क्या है मामला?
यह मामला वाराणसी के सिंधौरा निवासी अधिवक्ता कैलाश चंद्र वर्मा के पुत्र हेमंत पटेल की हत्या से जुड़ा है। घटना 22 अप्रैल 2025 को घटित हुई थी, जब आरोपित राज विजयेंद्र सिंह उर्फ रवि, निवासी खुशहाल नगर, नटिनियांदाई, ने कथित रूप से हेमंत को अपने विद्यालय बुलाया। पीड़ित परिवार के अनुसार, राज ने शशांक और किशन नामक व्यक्तियों को भेजकर हेमंत को बुलवाया और जब वह विद्यालय पहुंचा, तो परिसर में स्थित प्रबंधक कक्ष में उसे लाइसेंसी पिस्टल से गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
घटना के कुछ ही समय बाद, पीड़ित परिवार को घटना की सूचना आशीष पटेल के फोन से मिली। इसके तुरंत बाद पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घटना के बाद वकीलों में भारी आक्रोश देखा गया था। वाराणसी के अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य से विरत रहते हुए दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग की। मामला कई दिनों तक गरमाया रहा। बाद में पुलिस ने निष्पक्ष जांच और उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर स्थिति को नियंत्रित किया। अब, आरोपित की जमानत याचिका दाखिल होने के बाद मामला एक बार फिर गरमा गया है और इस पर कानूनी प्रक्रिया दोबारा तेज हो गई है।