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वाराणसी में 5 वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म का प्रयास: एक हफ्ते में दूसरी घटना, दोनों मामलों में आरोपी गिरफ्तार

लोहता और कोतवाली थाना क्षेत्र में दो मासूमों पर दरिंदगी की कोशिश; कुरकुरे व टॉफी का लालच देकर ले गए थे आरोपी, पुलिस ने दोनों को जेल भेजा

 

वाराणसी, क्राइम डेस्क भदैनी मिरर। वाराणसी में एक सप्ताह के भीतर दो मासूम बच्चियों के साथ दुष्कर्म और दुष्कर्म के प्रयास की घटनाओं ने शहर को दहला दिया है। ताजा मामला लोहता थाना क्षेत्र का है, जहाँ एक 16 वर्षीय किशोर ने 5 वर्षीय बच्ची को कुरकुरे दिलाने के बहाने बहलाकर सुनसान जगह ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया।

बच्ची ने रोते हुए बताई आपबीती

घटना गुरुवार शाम 6 बजे हरपालपुर गांव स्थित एक कॉलोनी में हुई। बच्ची किसी तरह खुद को छुड़ाकर घर पहुँची और जोर-जोर से रोते हुए माता-पिता को पूरी घटना बताई। माता-पिता तत्काल थाने पहुँचे और लिखित शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की।

थाना प्रभारी राजबहादुर मौर्य ने बताया कि आरोपी, जो उसी मकान मालिक का पोता है, के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे शनिवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

परिजनों के अनुसार, मासूम के परिवार भदोही के चौरी थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं और वाराणसी में किराए पर रहते हैं।

एक हफ्ते पहले कोतवाली क्षेत्र में हुई थी ऐसी ही वारदात

इसी तरह का मामला एक सप्ताह पहले कोतवाली थाना क्षेत्र के दारानगर स्थित मध्येश्वर इलाके में सामने आया था, जहाँ गेस्ट हाउस के अंदर 8 वर्षीय बच्ची से 55 वर्षीय राजेश चौरसिया ने दुष्कर्म किया था।

टॉफी का लालच देकर ले गया था आरोपी

पीड़ित बच्ची चितईपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली है। उसकी मां मायके में चल रहे शादी समारोह में शामिल होने मध्यमेश्वर आई थीं।
शाम के समय बच्ची बाहर खेल रही थी, उसी दौरान आरोपी उसे टॉफी का लालच देकर श्रीपुरम गेस्ट हाउस के अंदर ले गया और दुष्कर्म किया।

घटना की जानकारी तब हुई जब बच्ची रोते हुए अपनी मां के पास पहुँची और पूरी आपबीती बताई। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुँची और आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया। बच्ची का मेडिकल परीक्षण भी कराया गया।

दोनों मामलों ने उठाए सवाल

लगातार दो मामलों के बाद शहर में बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि—

  • बच्चों को “लालच देकर ले जाने” वाली घटनाएँ बढ़ रही हैं
  • स्थानीय कॉलोनियों व गेस्ट हाउसों पर निगरानी बढ़ाने की जरूरत है
  • जागरूकता और तत्पर पुलिस कार्रवाई ही ऐसी घटनाओं को रोक सकती है