BHU में पीडीएफ फेलो और भाजपा नेता को धमकी, लंका थाने में केस दर्ज
आईसीएसएसआर फेलोशिप पर शोध कर रहे भाजपा नेता कुंवर पुष्पेंद्र प्रताप सिंह को डीएवी कॉलेज और ट्रॉमा सेंटर के मुद्दों से दूर रहने की दी गई धमकी; जान से मारने की चेतावनी पर दर्ज हुआ मुकदमा
भदैनी मिरर डेस्क, वाराणसी| काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) एक बार फिर विवादों की चपेट में आ गया है। यहां मंगलवार को आईसीएसएसआर फेलोशिप से पोस्ट डॉक्टोरल रिसर्च कर रहे भाजपा नेता और शोधार्थी कुंवर पुष्पेंद्र प्रताप सिंह को जान से मारने की धमकी दी गई। इस मामले में लंका थाने में आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
मंगलवार दोपहर भाजपा नेता पुष्पेंद्र प्रताप सिंह BHU के केंद्रीय कार्यालय किसी निजी कार्य से पहुंचे थे। आरोप है कि वहीं सत्यनारायण सिंह उर्फ छोटू और दुर्गेश प्रताप सिंह ने उन्हें रोककर, डीएवी कॉलेज में नियुक्ति घोटाले और ट्रॉमा सेंटर की अनियमितताओं पर चल रहे आंदोलन से दूर रहने का दबाव बनाया।
पुष्पेंद्र का आरोप है कि उन्होंने यदि आंदोलन से पीछे नहीं हटे तो जान से मारने की धमकी दी गई और गाली-गलौज भी की गई। किसी तरह से वह केंद्रीय कार्यालय में भागकर अपनी जान बचाने में सफल रहे।
थाना लंका में दर्ज हुआ केस
भाजपा नेता ने इस पूरे प्रकरण की शिकायत लंका थाने में की और अपनी जान की सुरक्षा की गुहार लगाई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों के खिलाफ IPC की कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
यह पहली बार नहीं है जब पुष्पेंद्र प्रताप सिंह को धमकी दी गई हो। उन्होंने पूर्व में भी परिवार पर की गई अभद्र टिप्पणी और संभावित हमले को लेकर थाना लंका में मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि कुछ अपराध प्रवृत्ति के लोग लगातार उनके परिवार को निशाना बना रहे हैं।
पुष्पेंद्र प्रताप सिंह ने कहा "मैं बीएचयू में भ्रष्टाचार और नियुक्तियों में धांधली के खिलाफ आवाज़ उठा रहा हूँ। बार-बार धमकियाँ मिल रही हैं। अब मुझे और मेरे परिवार को खतरा है।