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भदैनी सामूहिक हत्याकांड: कोर्ट के आदेश पर खुला 3 कमरा, मिली थीं चार लाशें, हुई थी 5 हत्याएं

पुलिस ने तीनों कमरों का ताला खोलकर किया साक्ष्य संकलन, दो भतीजे है जेल में

 
वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी का भदैनी सामूहिक हत्याकांड जितना खौफनाक था, उतना ही ज्यादा कठिन पुलिस के लिए आरोपियों को पकड़ना था। एमसीए पास आउट भतीजा विशाल उर्फ विक्की ने चाचा और उसके परिवार को खत्म करने के लिए ऐसी योजना बनाई की पुलिस को भी लंबे समय तक खाक छाननी पड़ी। फिलहाल भतीजा विशाल उर्फ विक्की और उसको मदद कर रहे छोटे भाई प्रशांत जेल में है। दोनों पर गैंगस्टर एक्ट में भी केस दर्ज हो गया है। अब कोर्ट के आदेश पर बंद मकान के तीन कमरों का ताला पुलिस ने 10 माह 6 दिन बाद खोला। पुलिस की मौजूदगी में साक्ष्य संकलन की कार्रवाई हुई।
यह था घटनाक्रम
दीपावली के ठीक बाद 5 नवंबर 2024 को भदैनी पावर हाउस के ठीक सामने गली में राजेंद्र गुप्ता के पांच मंजिला मकान में चार लोगों की हत्या कर दी गई थी। तीन कमरों में राजेंद्र की दूसरी पत्नी नीतू (45), बेटे नवेंद्र (24) व सुबेंद्र (15) और बेटी गौरांगी (17) को सीने और कनपटी में सटाकर गोली मारी गई थी। इस घटना के बाद पूरे कमिश्नरेट में हड़कंप मच गया। पहले पुलिस को राजेंद्र पर शक हुआ और उसकी तलाश शुरु की गई।
अर्धनग्न अवस्था में मिला शव
पुलिस ने माथा तब पकड़ लिया था भदैनी से 14 किलोमीटर दूर रोहनिया क्षेत्र मीरापुर रामपुर स्थित निर्माणाधीन मकान में महिला के पति राजेन्द्र का भी अर्धनग्न शव बेड पर मिला था। राजेंद्र को भी गोली मारी गई थी। जिसके बाद पुलिस को भतीजे पर शक हुआ, लेकिन पढ़ा लिखा होने से आरोपी पुलिस को चकमा देता रहा। 
मां के अलावा रहते है 40 किरायेदार
राजेंद्र गुप्ता के पांच मंजिला मकान में प्रथम, द्वितीय और तृतीय तल एक-एक फ्लैट था। बाकी फ्लैट और ऊपर बने टीनशेड में करीब 40 किरायेदार रहते है। अभी मृतक राजेंद्र की मां शारदा देवी और किरायेदार रहते है।