STF के शिकंजे में आये गाजीपुर और बक्सर के 3 असलहा तस्कर, सरगना है एमपी का विष्णु सरदार
दस पिस्टल, 15 मैगजीन, 3 मोबाइल और नकदी बरामद, सारनाथ क्षेत्र के फरीदपुर रिंग रोड अंडरपास से धराये
मध्य प्रदेश से 20 से 25 हजार में मंगाते थे पिस्टल और बेचते थे 40 से 50 हजार में
पूर्वांचल के विभिन्न जिलों और बिहार के सीमावर्ती राज्यों में फैला है गिरोह का जाल
वाराणसी, भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की टीम ने मंगलवार को अंतरराज्यीय असलहा तस्करों के गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इन तस्करों के पास से एसटीएफ ने 10 पिस्टल व 15 मैगजीन बरामद किया है। गाजीपुर और बक्सर के रहनेवाले इन शातिर तस्करों का सरगना मध्य प्रदेश का विष्णु सरदार है।
एसटीएफ ने बताया कि पकड़े गये असलहा तस्करों में गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के चंदनी कुंडेसर के प्रशांत राय उर्फ जीतू, बक्सर (बिहार) के सेमरी थाना क्षेत्र के गंगौली गांव के राहुल ठाकुर, गाजीपुर के नोनहरा थाना क्षेत्र के हत्सेपर कोठियां गांव के मुकुन्द प्रधान हैं। इनके कब्जे से और निशानदेही पर 32 बोर के दस पिस्टल, 15 मैगजीन, 3 मोबाइल और 1700 रूपया बरामद हुआ है। सर्विलांस और मुखबिर की सूचना पर इन तीनों को सारनाथ थाना क्षेत्र के फरीदपुर रिंग रोड अंडरपास के नीचे से पकड़ा गया है।
एसटीएफ को कई दिनों से अवैध असलहों की तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के पूर्वांचल में सक्रिय होने की सूचनाएं मिल रही थीं। गिरोह के लोगों की धर-पकड़ के लिए एसटीएफ की विभिन्न इकाइयों को सक्रिय किया गया था। इस मामले में वाराणसी इकाई के निरीक्षक पुनीत परिहार के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी। इसी दौरान परिहार की टीम को सूचना मिली कि असलहो की तस्करी करने वाला प्रशान्त राय उर्फ जीतू भारी मात्रा में अवैध असलहा लेकर वाराणसी के स्थानीय तस्करों से मिलने आने वाला है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा फरीदपुर रिंग रोड अण्डरपास के नीचे घेराबंदी कर जीतू और उसके दो साथियों को पकड़ लिया गया। एसटीएफ ने बताया कि तस्कर प्रशांत राय मनबढ किस्म का अपराधी है। उसके और साथियों के खिलाफ दबंगई के कई मामले हैं। इसी बीच प्रशांत का सम्पर्क इसके गांव के पास के ही मलीकपुरा निवासी असलहा तस्कर सुभाष पासी से हो गया।
प्रशांत राय ने 32 बोर की पिस्टल सुभाष पासी से खरीदा था। प्रशान्त के दोस्त और करीमुद्दीनपुर के अखण्ड राय ने अपने दो साथियों को कारतूस दिलाने के लिए प्रशांत से सम्पर्क किया। इसके बाद असलहा तस्कर सुभाष पासी से 20 कारतूस दिलवाया गया था। अखण्ड राय के साथ दोनों लडकों के माध्यम से ही प्रशान्त राय की जान पहचान मध्य प्रदेश के खण्डवा के कुख्यात असलहा तस्कर विष्णु सरदार से हो गयी। प्रशान्त राय द्वारा विष्णु सरदार से 20-25 हजार रूपये प्रति असलहा खरीदकर गाजीपुर और आसपास के जनपदों, बिहार राज्य के सीमावर्ती जनपदों में 40-50 हजार रूपये में बेचा जाता था। प्रशान्त राय अपने साथी राहुल ठाकुर एवं मुकुन्द प्रधान के माध्यम से असलहा मंगाता था। राहुल और मुकुंद को प्रति चक्कर 4 से 5 हजार रूपये दिये जाते थे। पूछताछ में पता चला कि प्रशांत इससे पहले कई बार असलहा मंगाकर स्थानीय तस्करों को बेच चुका है। इन तस्करों की गिरफ्तारी के बाद उनके खिलाफ सारनाथ थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। एसटीएफ की टीम गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।