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6 राज्यों से 10 गिरफ्तार: यूपी पुलिस ने किया अवैध धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़, आईएसआईएस मॉड्यूल जैसे संकेत
 

आगरा से लापता दो बहनों की तलाश के दौरान खुला रैकेट, कनाडा-अमेरिका-दुबई से फंडिंग, 6 राज्यों से जुड़े तार; पुलिस ने 10 आरोपियों को किया गिरफ्तार

 

लखनऊ,भदैनी मिरर। योगी सरकार की सख्त नीति और यूपी पुलिस की पैनी नजर से एक और बड़ा अवैध धर्मांतरण रैकेट उजागर हो गया है। आगरा से लापता हुईं दो बहनों की तलाश में जुटी पुलिस को जब बड़ी साजिश का आभास हुआ, तो जांच ने एक आईएसआईएस मॉड्यूल जैसे गिरोह का भंडाफोड़ कर डाला।

पुलिस ने 6 राज्यों—गोवा, राजस्थान, उत्तराखंड, दिल्ली, कोलकाता और यूपी से जुड़े 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक महिला आरोपी भी शामिल है।

लव जिहाद, आर्थिक मदद और नौकरी के नाम पर धर्मांतरण

इस गिरोह का तरीका बेहद खतरनाक था। ये युवतियों और नाबालिग लड़कियों को पहले प्यार, आर्थिक मदद या नौकरी का लालच देकर जाल में फंसाते थे। फिर मानसिक रूप से कमजोर कर धार्मिक भ्रांतियों के माध्यम से उन्हें इस्लाम में परिवर्तित किया जाता था। डीजीपी राजीव कृष्ण ने बताया कि गिरफ्तार गिरोह के सदस्य सोशल मीडिया, डार्क वेब और मोबाइल ऐप्स के जरिए कट्टरपंथी सोच को फैला रहे थे। जांच में यह भी सामने आया कि गिरोह को कनाडा, अमेरिका और दुबई से भारी मात्रा में फंडिंग हो रही थी। इन पैसों का इस्तेमाल धर्मांतरण और देश के अंदर धार्मिक अस्थिरता फैलाने के लिए किया जा रहा था। डीजीपी ने कहा कि गिरोह का संचालन आईएसआईएस जैसे वैश्विक आतंकी संगठनों की शैली में किया जा रहा था।


सात टीमों की छापेमारी में गिरफ्तारी

आगरा से दो बहनों की गुमशुदगी के मामले में पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने 7 टीमों का गठन किया। साइबर सेल और सर्विलांस की मदद से मिली जानकारी के आधार पर कोलकाता से दोनों बहनों को सुरक्षित बरामद किया गया। फिर गिरोह के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। शुरुआती जांच में गिरोह के PFI, SDPI और पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठनों से रिश्तों के प्रमाण मिले हैं। गिरोह की देशविरोधी गतिविधियों की जांच एसटीएफ और एटीएस कर रही हैं।


गिरफ्तार आरोपियों में आयशा (एस.बी. कृष्णा)- गोवा, अली हसन (शेखर रॉय) - कोलकाता, ओसामा - कोलकाता, रहमान कुरैशी - आगरा, अब्बू तालिब - मुजफ्फरनगर, अबुर रहमान - देहरादून, मोहम्मद अली - जयपुर,जुनैद कुरैशी - जयपुर, मुस्तफा (मनोज) - दिल्ली और मोहम्मद अली - जयपुर शामिल है। 

योगी सरकार का सख्त एक्शन

सीएम योगी के निर्देश पर मिशन अस्मिता अभियान के तहत अवैध धर्मांतरण, लव जिहाद और कट्टरपंथी नेटवर्क पर शून्य सहिष्णुता की नीति अपनाई गई है। इससे पहले मोहम्मद उमर गौतम, मुफ्ती कासमी और जलालुद्दीन जैसे कई आरोपियों पर शिकंजा कसा जा चुका है। डीजीपी ने कहा, "धार्मिक स्वतंत्रता के नाम पर देश में कट्टरपंथ और राष्ट्रविरोधी साजिशें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।"