“RJD के डर से वोट NDA में शिफ्ट हुए, इसलिए हारे”-जन सुराज का बड़ा बयान, PK की पार्टी ने दी सफाई
उदय सिंह बोले—‘लोग हमें पसंद कर रहे थे, पर वोट NDA को दे गए’; जन सुराज की 15% वोट शेयर उम्मीद टूटी, मिले सिर्फ 4% वोट
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी को करारी हार मिली है। तीन साल की जनसंपर्क यात्रा और बड़े अभियान के बावजूद पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली, जबकि वोट प्रतिशत भी उम्मीद से काफी कम रहा। पार्टी को जहां कम से कम 15% वोट मिलने की उम्मीद थी, वहीं उन्हें मात्र 4% वोट मिले। चुनावी पराजय के बाद पार्टी ने इसकी समीक्षा शुरू कर दी है।
उदय सिंह: “हमें स्वीकार किया, वोट NDA को मिले”
पटना में आयोजित प्रेस वार्ता में जन सुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने चौंकाने वाला दावा किया। उन्होंने कहा-“जनता ने हमें स्वीकार किया, पर वोट NDA को दे दिए। लोग डर गए थे कि कहीं RJD की सरकार वापस न आ जाए। इसी डर में हमारे वोट NDA की ओर शिफ्ट हो गए।”
उन्होंने कहा कि चुनाव के अंतिम चरण में यह वोट ट्रांसफर सबसे ज्यादा देखने को मिला, जिसकी वजह से पार्टी का अनुमानित वोट प्रतिशत ध्वस्त हो गया।
“राजद के आने के डर से वोटिंग हुई”
उदय सिंह ने कहा कि बिहार की जनता कांग्रेस से इतना नहीं डरती, जितना लालू यादव या RJD को लेकर डर है। उन्होंने कहा कि लोगों को लग रहा था कि जन सुराज को वोट देने से RJD की जीत आसान हो जाएगी, इसलिए उन्होंने NDA को मजबूत करने के लिए अंततः भाजपा-जेडीयू गठबंधन को वोट दे दिया।
उन्होंने कहा-“राजद को रोकने के लिए वोटिंग हुई और उसका सीधा फायदा NDA को मिला।”
“15% वोट मिलना था, पर कैसे 4% मिला?”
उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी इस सवाल को लेकर गंभीर है कि मेहनत और समर्थन के बावजूद वोट इतने कम क्यों मिले। उन्होंने स्पष्ट किया कि जन सुराज इसका विश्लेषण कर रही है कि वोट शिफ्टिंग इतनी भारी क्यों हुई।
“हमारे मुद्दे NDA ने उठाए, इससे साबित है कि हम असरदार हैं”
उदय सिंह ने दावा किया कि भले पार्टी चुनाव नहीं जीत सकी, लेकिन बिहार का मुद्दा सेट करने का काम जन सुराज ने किया। उन्होंने कहा:
* हमने 2000 रुपए सामाजिक सुरक्षा पेंशन की बात की, तब जाकर सरकार ने इसे बढ़ाकर 1100 किया।
* हमने पलायन और रोजगार का मुद्दा उठाया, बाद में पीएम मोदी तक को इस पर बात करनी पड़ी।
उन्होंने कहा कि NDA ने चुनाव में जिन मुद्दों को उठाया, उनमें कई जन सुराज द्वारा प्रचारित मुद्दे थे।
“हम पीछे नहीं हटेंगे, बिहार को बदलना है”
उदय सिंह ने स्पष्ट कहा कि जन सुराज पार्टी अब भी जनता के मुद्दों पर उतनी ही गंभीर है और चुनावी नतीजों से उनका मनोबल कमजोर नहीं हुआ है।
“हमारी लड़ाई बिहार को बदलने की है और हम इसे जारी रखेंगे।”
फिलहाल पार्टी ने राज्य भर में अपने वोट शिफ्टिंग और बूथ-स्तरीय प्रदर्शन की विस्तृत समीक्षा शुरू कर दी है।