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BJP से निलम्बन के बाद तेवर में आये पूर्व केंद्रीय मंत्री RK singh, नड्डा को भेजा इस्तीफा, पूछा सवाल

क्या आपराधिक बैकग्राउंड और भ्रष्ट लोगों को टिकट न देने की बात कहना भी पार्टी विरोधी बात है

 

एक दिन पहले पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में आरके सिंह समेत तीन नेताओं का किया गया था निलम्बन

पटना। पूर्व नौकरशाह और केंद्रीय मंत्री राज कुमार सिंह (आरके सिंह) को भाजपा से निलम्बित करने के बाद उन्होंने भी अपने तेवर दिखाये हैं। आरके सिंह ने अपने खिलाफ हुई कार्रवाई पर प्रतिक्रिया दी और पार्टी विरोधी गतिविधि के आरोप पर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से ही सवाल पूछ लिया है। आरके सिंह 1975 बैच के बिहार कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और भारत के पूर्व गृह सचिव रहे हैं।

राजकुमार सिंह (आरके सिंह) ने बिहार भाजपा द्वारा निलंबन की कार्रवाई पर कहा कि पार्टी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि आखिर उनके खिलाफ कौन-सी “विरोधी गतिविधियां” बताई गई हैं। जबकि शो-कॉज़ नोटिस मिलने के बाद उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा को अपना इस्तीफा भेज दिया है। उन्होंने बिहार भाजपा से पूछा कि आखिर मैं कौन-सी गतिविधि ‘पार्टी विरोधी’ है और मैंने क्या गुनाह किया है? मैंने सिर्फ इतना कहा था कि जिन लोगों का आपराधिक बैकग्राउंड हो या जो भ्रष्ट हों, उन्हें टिकट नहीं दिया जाना चाहिए। क्या यह पार्टी विरोधी गतिविधि है? ऐसे लोगों को टिकट देने से पार्टी की छवि खराब होती है, यह न तो पार्टी के हित में है, न देश के और न ही जनता के। कहाकि उनका बयान पूरी तरह पार्टी के हित में था। ऐसे में जहां आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों पर सवाल उठाने से लोगों को परेशानी हो, वहां रहने का कोई लाभ नहीं है। 

आपको बता दें कि एक दिन पहले बिहार भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरा से सांसद रहे राजकुमार सिंह उर्फ आर.के. सिंह पर कार्रवाई की थी। इसके साथ ही कटिहार में विधान परिषद सदस्य अशोक अग्रवाल और मेयर उषा अग्रवाल पर भी कार्रवाई की गई है। पार्टी ने इन तीनों को छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है। इस मामले मं बिहार भाजपा के प्रदेश मुख्यालय प्रभारी अरविंद शर्मा ने तीनों के पत्र जारी किया था। पत्र में लिखा गया था कि आपकी गतिविधियां पार्टी के विरोध में हैं, जो अनुशासनहीनता की श्रेणी में आती हैं। इसे पार्टी ने गंभीरता से लिया है, क्योंकि इससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है और कार्यकर्ताओं का मनोबल प्रभावित हुआ है। इसलिए वरिष्ठ पदाधिकारियों से विचार-विमर्श के बाद आपको भाजपा से निलंबित करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है। पार्टी ने तीनों नेताओं को एक सप्ताह के भीतर जवाब देने को कहा है और पूछा है कि आपको पार्टी से क्यों न निष्कासित कर दिया जाय। अब पार्टी के इस एक्शन पर आरके सिंह का रिएक्शन भी आ गया। पहले तो उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को अपना इस्तीफा भेजा और ऐसा सवाल पूछ लिया है जिसका सीधा जवाब न मिल सके। ऐसे सवालों का जवाब घुमाकर दिया जाता है।