Bihar Election: JDU प्रत्याशी अनंत सिंह 14 दिन की न्यायिक हिरासत में, बेऊर जेल भेजे गए, पोते ने कहा– चार आरोपी अब भी खुलेआम घूम रहे
मोकामा विधानसभा में जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के बाद मामला गरमाया, चुनाव आयोग बोला– “हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी”, 80 से अधिक गिरफ्तारियां
पटना/मोकामा डिजिटल डेस्क | मोकामा विधानसभा क्षेत्र में जनसुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में जनता दल (यूनाइटेड) प्रत्याशी अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद अब उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
रविवार सुबह से दोपहर तक पटना एसएसपी कार्यालय के रंगदारी सेल में उनसे करीब चार घंटे तक पूछताछ की गई। कड़ी सुरक्षा के बीच अनंत सिंह को वहां रखा गया था। पूछताछ के बाद पुलिस ने उन्हें पटना सिविल कोर्ट में पेश किया, जहां से कोर्ट ने उन्हें बेऊर जेल भेजने का आदेश दिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, फिलहाल अनंत सिंह को रिमांड पर नहीं लिया जाएगा। पटना पुलिस की टीम ने सुरक्षा कारणों से पूरे कोर्ट परिसर और आसपास के इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात किया था।
चुनाव आयोग की सख्त प्रतिक्रिया
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने इस पूरे मामले पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “चुनाव आयोग के लिए न कोई पक्ष है और न विपक्ष। हिंसा की किसी भी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। माहौल बिगाड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।”
डीजीपी ने दी जानकारी – 80 से अधिक गिरफ्तारियां
बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि घटना की पूरी जांच चल रही है। उन्होंने कहा, “एसएसपी पटना ने स्पष्ट किया है कि गिरफ्तारियां कैसे की गईं। दुलारचंद यादव की मौत के बाद दोनों प्रत्याशियों के समर्थकों के बीच झड़प और पथराव हुआ था। अब तक 80 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें हत्या के आरोपी भी शामिल हैं।”
डीजीपी ने बताया कि अभी तक हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद नहीं हुआ है, लेकिन फॉरेंसिक जांच के लिए हथियार की तलाश जारी है। पुलिस सबसे पहले यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि गोली किसने चलाई थी।
पीड़ित परिवार की मांग – “बाकी आरोपी भी पकड़े जाएं”
दुलारचंद यादव के पोते नीरज यादव ने मीडिया से कहा, “अनंत सिंह की गिरफ्तारी हुई है, लेकिन बाकी चार आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। वे मेरी जान के लिए खतरा हैं। मैं चाहता हूं कि चारों की जल्द गिरफ्तारी हो और अनंत सिंह को फांसी की सज़ा दी जाए। सरकार इस मामले में सच्चाई सामने लाए। हमें न्याय चाहिए, राजनीति नहीं।”
नेताओं की प्रतिक्रिया
इस घटना पर बिहार के कई नेताओं ने अपनी राय रखी- तेजस्वी यादव (राजद) ने कहा कि “गिरफ्तारी होनी ही थी, कानून अपना काम कर रहा है।”
तेज प्रताप यादव (जनशक्ति जनता दल) ने कहा कि “जिसके खिलाफ आपराधिक केस दर्ज हो, उसकी गिरफ्तारी स्वाभाविक है।” वहीं जीतन राम मांझी (केंद्रीय मंत्री) ने कहा कि “नीतीश कुमार की कानून व्यवस्था सबके लिए समान है। पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई कर रही है।”