रैदासियों संग बेगमपुरा से बनारस पहुंचे संत निरंजन दास, सिरगोबर्धन में चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी...

Sant Niranjan Das reached Banaras from Begumpura with Raidasis. रैदासियों संग बेगमपुरा से संत निरंजनदास बनारस पहुंचे.

रैदासियों संग बेगमपुरा से बनारस पहुंचे संत निरंजन दास, सिरगोबर्धन में चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी...

वाराणसी,भदैनी मिरर। संत रैदास जयंती (16 फरवरी) समारोह में शिरकत करने के लिए पंजाब से रैदासिया समाज के प्रमुख संत निरंजन दास सोमवार को बेगमपुरा स्पेशल ट्रेन से वाराणसी पहुंचे। ट्रेन के कैंट रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद वाराणसी के रैदासिया समाज के लोगों ने भव्य स्वागत किया। संत निरंजन दास के साथ पंजाब से डेढ हजार से ज्यादा रैदासिया समाज के लोग पहुंचे हैं।

गुरु चरण की माटी माथे लगाई

बेगमपुरा स्पेशल ट्रेन के कैंट स्टेशन पर पहुंचते ही देश के कोने-कोने से वाराणसी पहुंचे रैदासिया समाज के लोगों ने गुरु चरणों की माटी माथे पर लगाई। फिर धूम-धाम से उन्हें सीरगोवर्धनपुर स्थित संत रैदास मंदिर ले गए। संत शिरोमणि क सीर गोवर्धनपुर पहुंचते ही संत रैदास जयंती उत्सव में मानों चार चांद लग गया। अब मंगलवार की शाम रविदास पार्क में दीप प्रज्ज्वलित करने के साथ ही संत रैदास जयंती के मुख्य उत्सव का आगाज हो जाएगा। फिर माघ पूर्णिमा (16 फरवरी) को निशान फहराकर संत रैदास जयंती समारोह की शुरूआत होगी।

मिनी पंजाब बना सिरगोबर्धन

पंजाब के डेरा सचखंड बल्लां के संत निरंजन दास के साथ पंजाब से आने वाले रैदासियों के जत्थे से पहले लगभग 28 हजार रैदासी सीरगोवर्धनपुर आ चुके हैं। अभी 30 बसों और करीब 100 चारपहिया वाहनों से रैदासी समाज के लोग सीरगोवर्धनपुर पहुंचने वाले हैं। इन सभी के आने के बाद संत रैदास की जन्मस्थली पूरी तरह से मिनी पंजाब में तब्दील हो जाएगी। वैसे वर्तमान में भी सीरगोवर्धनपुर का मंजर मिनी पंजाब के रूप में तब्दील हो चुका है।
संत रैदास जयंती समारोह के लिए करीब 5,000 सेवादारों की टीम लगी है। इन सेवादारों को सीरगोवर्धनपुर में मेला क्षेत्र की साफ-सफाई से लेकर लोगों को लंगर छकाने और अनुशासन बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। संत रैदास जन्मस्थली के पंडालों को सजाने के लिए कोलकाता से फूल मंगाए गए हैं। संत रविदास मंदिर से लेकर पूरे मेला क्षेत्र को रंगबिरंगी झालरों से सज गया है। सीरगोवर्धनपुर यानी संत रैदास के सपनों का गांव बेगमपुरा अमृतवाणी से गूंज रहा है।

ड्यूटी प्वॉइंट पर खड़े हुए पुलिसकर्मी

इस बीच संत रैदास मंदिर के ट्रस्टी केएल सरोआ बताते हैं कि गुरु महाराज के प्रकाशोत्सव में शामिल होने के लिए उत्तर प्रदेश और पंजाब के अलावा हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र के साथ ही दक्षिण भारत के अन्य राज्यों से रैदासियों के जत्थे आए हैं। मेला क्षेत्र की निगरानी के लिए हाई रिजल्यूशन वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। मेला क्षेत्र में दो पुलिस चौकियां स्थापित कर चप्पे-चप्पे पर पुलिस-पीएसी के जवानों के साथ ही एलआईयू के कर्मचारी तैनात किए गए हैं। एसीपी भेलूपुर प्रवीण सिंह ने सोमवार शाम पीएसी और पुकिसकर्मियों को ब्रीफ कर उन्हें ड्यूटी प्वॉइंट पर खड़ा कर दिया।