शिक्षा से वंचित न रहे नौनिहाल: शुरु हुआ निःशुल्क कोचिंग, अतिथि बोले सीखने की बच्चों में होती है अद्भुत क्षमता
वाराणसी, भदैनी मिरर। बीएचयू के पुरातन छात्रों ने भारतरत्न महामना पण्डित मदन मोहन मालवीय जी के आदर्शों एवं मूल्यों का अनुसरण करते हुए शिक्षा को समाज के हर तबके (गरीब बच्चों) तक पहुंचाने के लिए रविवार को पुनः एक निःशुल्क कोचिंग का शुभारम्भ सीरगोवर्धनपुर में किया। छात्रों ने बताया कि कोचिंग खोलने का उद्धेश्य गरीब एवं शिक्षा से वंचित रह गए, उन नव - निहालो तथा किशोरों को शिक्षित एवं पल्लवित- पुष्पित करना है। जिनकी पारिवारिक स्थिति अत्यंत दयनीय एवं असहाय है। उन्होंने ऐसे बच्चों के माता - पिता से आग्रह किया की वह बच्चों को महामना सेवा समिति के कोचिंग में भेजे, उनके बच्चों के पढ़ाई -लिखाई का सारा खर्च काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (महामना सेवा समिति) के पुरातन छात्रों द्वारा किया जायेगा।
बीएचयू चौकी इंचार्ज राजकुमार पांडेय ने बतौर मुख्य अतिथि कहा कि बच्चों की शिक्षण विधि पर विशेष ध्यान दें, क्योंकि इस उम्र में बच्चों की याद करने (रटने), और देख कर, सीखन की अद्भुत क्षमता होती है। बच्चा इस उम्र में जो सीखता है वह उसके मस्तिष्क पटल पर सदैव के लिए अंकित हो जाता है। वहीं दूसरी तरफ हमारे विशिष्ट अतिथि ने भी बच्चों के समुचित मानसिक विकास के लिए उचित शैक्षणिक वातावरण पर विशेष ध्यान देने को कहा। क्योंकि बच्चों पर वातावरण का बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है यदि शैक्षणिक वातावरण अच्छा होगा तो बच्चे तेज़ी से सीखते है।
बता दें कि महामना शिक्षा समिति के पुरातन छात्रों द्वारा वर्तमान समय में प्रदेश तथा प्रदेश के बाहर कई जिलों में भी अनेक निःशुल्क कोचिंग चलाये जा रहे हैं। जिसमें बच्चों के समुचित विकास के लिए अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहें हैं। कार्यक्रम मुख्य रूप से सुनील यादव, ग़ालिब अन्सारी, राज कुमार गुड्डू, अनूप सिंह, प्रशांत यादव बीडीसी, अरविंद गुप्ता, आशीष यादव, जय प्रकाश, शिखर अन्य सदस्य व गांव के लोग मौजूद रहे।