साजिश: बदमाशों ने नहीं लूटी थी ट्रक बल्कि चालक ने ही बेच दिया था 35 टन गेहूं, जाने कैसे लंका पुलिस और क्राइम ब्रांच ने किया खुलासा...

साजिश: बदमाशों ने नहीं लूटी थी ट्रक बल्कि चालक ने ही बेच दिया था 35 टन गेहूं, जाने कैसे लंका पुलिस और क्राइम ब्रांच ने किया खुलासा...

वाराणसी, भदैनी मिरर। बिहार से ओडिशा जा रहे ट्रक को बदमाशों ने नहीं लूटा था बल्कि ट्रक चालक ने ही रामनगर इंडस्ट्रीयल एरिया के एक फर्म को बेच दी थी। इस मामलें में चंदौली जिले के मुगलसराय थाना के सुभाष नगर निवासी ट्रांसपोर्टर कुलवेंदर सिंह ने बीती 28 जून की रात लंका थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। कुलवेंदर के अनुसार उन्होंने कुदरा से 35 टन गेहूं ओडिशा के कटक ले जाने की बुकिंग की थी। गेहूं ले जाने के लिए उन्होंने आजमगढ़ के तहबरपुर थाना के महुआर गांव निवासी विजय कुमार यादव को कहा। विजय ट्रक का मालिक और चालक दोनों है।


कुलवेंदर ने बताया कि जब एक सप्ताह बाद गेंहू बुक कराने वाले ने जानकारी दी कि गेहूं नहीं पहुंचा तो उन्होने विजय से संपर्क किया तो वह बताया कि रास्ते में ट्रक खराब हो गया था। इसके बाद फिर विजय का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। कुलवेंदर जब ट्रक का पता लगाने लगे तो वह डाफी टोल प्लाजा तक दिखा उसके बाद नहीं दिखा। जिसकी वजह से लंका थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई।


जांच शुरू हुई तो इंस्पेक्टर लंका महेश पांडेय और क्राइम ब्रांच प्रभारी अश्विनी पांडेय ने सर्विलांस की मदद से विजय को आजमगढ़ से पकड़ लिया। इसके बाद उसके 3 अन्य साथी पकड़े गए। पुलिस की पूछताछ में विजय ने बताया कि वह ट्रक में जब गेहूं लादने गया था तभी उसके मन में खोट था। इसलिए उसने ट्रक में फर्जी नंबर प्लेट लगाई थी। वह उसके गांव का शुभम गुप्ता और वाराणसी के रामनगर के मच्छरहट्‌टा वार्ड के चंद्रप्रकाश शर्मा और विनोद कुमार मौर्या ने पहले ही तय कर रखा था कि गेहूं बेच दिया जाएगा। विजय ने मोबाइल से जिन लोगों से नियमित बात करता था, सर्विलांस की मदद से पुलिस उन्हीं से उसका पता लगा कर उस तक पहुंच गई। पुलिस ने 88 घंटे बाद पर्दाफाश कर दिया। पुलिस ने आरोपी चालक सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर 35 टन गेहूं, डेढ़ लाख रुपये और ट्रक को जब्त कर लिया है। शुक्रवार की दोपहर चारों आरोपियों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया।